अलीगढ (शब्द डेस्क ):अलीगढ मुस्लिम विश्वधालय में एक बार फिर आंतरिक शिकायत समिति का पुनर्गठन किया गया है लेकिन समिति पर सवाल उठते रहे है
क्या थे वाइल्ड लाइफ विभाग की छात्रा के आरोप
एएमयू के वाइल्डलाइफ विभाग की एक छात्रा ने प्रो अफीफुल्लाह पर आरोप लगाया था लेकिन आंतरिक शिकायत समिति ने उन्हें क्लीन चिट दी छात्रा ने समिति पर आरोप लगाया था की समिति ने बुलाने से सिर्फ दो घंटे पहले उन्हें पत्र भेजा और उसकी नहीं सुनी जाँच के नाम पर महज़ खानापूर्ति की
छात्रा ने समिति पर यहाँ तक आरोप लगाया की प्रोफेसर को सपोर्ट किया और उसकी नहीं सुनी
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) का पुनर्गठन किया गया है, जिसमें अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर समीना खान को इसका पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उच्च शिक्षण संस्थानों में महिला कर्मचारियों और छात्रों के यौन उत्पीड़न की रोकथाम, निषेध और निवारण के लिए यूजीसी नियमों के अनुसरण में कुलपति द्वारा आईसीसी का पुनर्गठन किया गया है।
समिति के अन्य सदस्यों में प्रोफेसर आसिया चैधरी (वाणिज्य विभाग), प्रोफेसर रूमाना एन. सिद्दीकी (मनोविज्ञान विभाग), डॉ. शालिनी गुप्ता (सीएमओ, जेएनएमसी), सुश्री मेहविश (निजी सहायक, पश्चिम एशियाई और उत्तरी अफ्रीकी अध्ययन विभाग), सुश्री सना (बी.एससी. द्वितीय वर्ष, बेगम अजीजुन निसा हॉल), सुश्री अलीना जैदी (एमए फाइनल मनोविज्ञान, बेगम अजीजुन निसा हॉल), सुश्री दिव्या वर्मा (पीएचडी फिना आर्ट्स, बेगम अजीजुन निसा हॉल) और सुश्री रूही जुबेरी ( अध्यक्ष, महिला कल्याण सोसायटी, जिया कंपाउंड, मैरिस रोड, अलीगढ़) शामिल हैं।