अलीगढ- समाजवादी पार्टी के नेता अज्जू इस्हाक़ ने मिडिया को जारी एक बयान में कहा है कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष और
हमारी पार्टी न राम के खिलाफ हो सकते हैँ न राम मंदिर के खिलाफ हैँ. रही बात अयोध्या जाने की तो हम समाजवादी भी अवश्य जायेंगे और बिना किसी सियासी पार्टी के बुलाबे के जायेंगे. 22जनवरी का आयोजन भाजपा का लोकसभा चुनाव पूर्व की तैयारी के अभियान का श्री गणेश मात्र है. "भाजपा और आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद की और इनके नेताओं की पिछले 70 सालों से अयोध्या और राम मंदिर की राजनीति से प्राण प्रतिष्ठा होती रही है अब वही लोग 22 जनवरी में श्री रामचंद्र जी की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैँ " अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के बरिष्ठ नेता पूर्व विधान सभा प्रत्याशी अज्जू इस्हाक़ साहब ने मायावती द्वारा "इंडिया गठबंधन" में आने के इनकार को लेकर अपने बयान में कहा कि आजकल फिर राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है आय से अधिक संपत्ति को लेकर मोदी सरकार ने मायावती पर शिकंजा कस रखा है,इसलिए उनका बीजेपी का साथ देना मजबूरी बन गई है! इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान भी कहते हैं कि ''इसमें कोई शक नहीं है कि मोदी सरकार में ईडी और सीबीआई का जिस तरह इस्तेमाल होता है, उसमें दौलतमंद राजनीतिक नेताओं को डरना पड़ता है. मायावती के पास आय से अधिक संपत्ति कुछ ज्यादा है इसलिए उन्हें ज्यादा डर है'' एक और बरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता भी इसी ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि कुछ न कुछ ऐसी चीजें हैं जो उनके हाथ में नहीं है, इसलिए उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है! आकाश आनंद को प्रोजेक्ट करने के लिए मायावती ने खुद को पीछे कर लिया है!
हमारी पार्टी न राम के खिलाफ हो सकते हैँ न राम मंदिर के खिलाफ हैँ. रही बात अयोध्या जाने की तो हम समाजवादी भी अवश्य जायेंगे और बिना किसी सियासी पार्टी के बुलाबे के जायेंगे. 22जनवरी का आयोजन भाजपा का लोकसभा चुनाव पूर्व की तैयारी के अभियान का श्री गणेश मात्र है. "भाजपा और आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद की और इनके नेताओं की पिछले 70 सालों से अयोध्या और राम मंदिर की राजनीति से प्राण प्रतिष्ठा होती रही है अब वही लोग 22 जनवरी में श्री रामचंद्र जी की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैँ " अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के बरिष्ठ नेता पूर्व विधान सभा प्रत्याशी अज्जू इस्हाक़ साहब ने मायावती द्वारा "इंडिया गठबंधन" में आने के इनकार को लेकर अपने बयान में कहा कि आजकल फिर राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है आय से अधिक संपत्ति को लेकर मोदी सरकार ने मायावती पर शिकंजा कस रखा है,इसलिए उनका बीजेपी का साथ देना मजबूरी बन गई है! इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान भी कहते हैं कि ''इसमें कोई शक नहीं है कि मोदी सरकार में ईडी और सीबीआई का जिस तरह इस्तेमाल होता है, उसमें दौलतमंद राजनीतिक नेताओं को डरना पड़ता है. मायावती के पास आय से अधिक संपत्ति कुछ ज्यादा है इसलिए उन्हें ज्यादा डर है'' एक और बरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता भी इसी ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि कुछ न कुछ ऐसी चीजें हैं जो उनके हाथ में नहीं है, इसलिए उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है! आकाश आनंद को प्रोजेक्ट करने के लिए मायावती ने खुद को पीछे कर लिया है!
हमारी पार्टी न राम के खिलाफ हो सकते हैँ न राम मंदिर के खिलाफ हैँ. रही बात अयोध्या जाने की तो हम समाजवादी भी अवश्य जायेंगे और बिना किसी सियासी पार्टी के बुलाबे के जायेंगे. 22जनवरी का आयोजन भाजपा का लोकसभा चुनाव पूर्व की तैयारी के अभियान का श्री गणेश मात्र है. "भाजपा और आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद की और इनके नेताओं की पिछले 70 सालों से अयोध्या और राम मंदिर की राजनीति से प्राण प्रतिष्ठा होती रही है अब वही लोग 22 जनवरी में श्री रामचंद्र जी की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैँ " अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के बरिष्ठ नेता पूर्व विधान सभा प्रत्याशी अज्जू इस्हाक़ साहब ने मायावती द्वारा "इंडिया गठबंधन" में आने के इनकार को लेकर अपने बयान में कहा कि आजकल फिर राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है आय से अधिक संपत्ति को लेकर मोदी सरकार ने मायावती पर शिकंजा कस रखा है,इसलिए उनका बीजेपी का साथ देना मजबूरी बन गई है! इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान भी कहते हैं कि ''इसमें कोई शक नहीं है कि मोदी सरकार में ईडी और सीबीआई का जिस तरह इस्तेमाल होता है, उसमें दौलतमंद राजनीतिक नेताओं को डरना पड़ता है. मायावती के पास आय से अधिक संपत्ति कुछ ज्यादा है इसलिए उन्हें ज्यादा डर है'' एक और बरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता भी इसी ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि कुछ न कुछ ऐसी चीजें हैं जो उनके हाथ में नहीं है, इसलिए उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है! आकाश आनंद को प्रोजेक्ट करने के लिए मायावती ने खुद को पीछे कर लिया है!
हमारी पार्टी न राम के खिलाफ हो सकते हैँ न राम मंदिर के खिलाफ हैँ. रही बात अयोध्या जाने की तो हम समाजवादी भी अवश्य जायेंगे और बिना किसी सियासी पार्टी के बुलाबे के जायेंगे. 22जनवरी का आयोजन भाजपा का लोकसभा चुनाव पूर्व की तैयारी के अभियान का श्री गणेश मात्र है. "भाजपा और आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद की और इनके नेताओं की पिछले 70 सालों से अयोध्या और राम मंदिर की राजनीति से प्राण प्रतिष्ठा होती रही है अब वही लोग 22 जनवरी में श्री रामचंद्र जी की प्राण प्रतिष्ठा कर रहे हैँ " अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के बरिष्ठ नेता पूर्व विधान सभा प्रत्याशी अज्जू इस्हाक़ साहब ने मायावती द्वारा "इंडिया गठबंधन" में आने के इनकार को लेकर अपने बयान में कहा कि आजकल फिर राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है आय से अधिक संपत्ति को लेकर मोदी सरकार ने मायावती पर शिकंजा कस रखा है,इसलिए उनका बीजेपी का साथ देना मजबूरी बन गई है! इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान भी कहते हैं कि ''इसमें कोई शक नहीं है कि मोदी सरकार में ईडी और सीबीआई का जिस तरह इस्तेमाल होता है, उसमें दौलतमंद राजनीतिक नेताओं को डरना पड़ता है. मायावती के पास आय से अधिक संपत्ति कुछ ज्यादा है इसलिए उन्हें ज्यादा डर है'' एक और बरिष्ठ पत्रकार शरद गुप्ता भी इसी ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि कुछ न कुछ ऐसी चीजें हैं जो उनके हाथ में नहीं है, इसलिए उन्होंने अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है! आकाश आनंद को प्रोजेक्ट करने के लिए मायावती ने खुद को पीछे कर लिया है!