बेरोज़गारी और महगाई ने आईटीआई युवक को बनाया चायवाला

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 अलीगढ (आतिफ उर रहमान ):  अलीगढ़ में जिला अधिकारी कार्यलय के गेट के पास आईटीआई चायवाला स्टॉल काफी फेमस है. लोग बोर्ड पढ़कर उत्सुकता के साथ स्टॉल पर चाय पीने के लिए पहुंचते हैं. स्टॉल के संचालक दीपक कुमार ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि वह अलीगढ़ जिले के रामघाट इलाके का रहने वाला है.


 12th प्लस आईटीआई करने के बाद जब जॉब नहीं मिला तो चाय का स्टॉल लगाना शुरू कर दिया. क्यों कि घर मैं बड़ा होने के नाते घर की जिम्मेदारी मेरे ऊपर थी और घर तो चलना ही था. इस चाय की स्टाल पर लोगों का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है रोजाना 25 से 30 लीटर दूध की खपत हो जाती है.चाय स्टाल संचालक दीपक कुमार ने आगे कहा कि उनका सपना बड़ा अफसर बनने का था लेकिन आर्थिक तंगी आड़े आ रही थी इसलिए वह रोजाना सुबह 8:00 से लेकर शाम 8:00 तक  चाय की दुकान चलाते हैं.


ताजा दूध और अच्छी क्वालिटी की चाय पत्ती का करते हैं उपयोग


वही चाय के स्टॉल को खोलने के आइडिया पर दीपक कुमार ने बताया कि चाय का स्टाल कम लागत में शुरू हो जाता है और आधिक मुनाफा होता है. इस काम में मेहनत भी कम लगती है. घर की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण मेने चाय का काम शुरू किया. वहीं अगर चाय की खासियत की बात की जाए तो वह ताजा दूध और अच्छी क्वालिटी की चाय पत्ती का उपयोग करते हैं जिससे चाय का स्वाद उभर कर आता है. फिलहाल उनकी दुकान पर एक कप चाय की कीमत ₹10 है वही आधे कप चाय की कीमत ₹5 है इसके अलावा वह ₹10 में लिट्टी की भी बिक्री करते हैं.दिन के 500 से ज्यादा कमा लेते हैं. जिससे उनका घर का भरण पोषण चलता है.

आईटीआई चाय वाले की स्टाल पर चाय पीने आए ग्राहक नेम सिंह बताते हैं कि मैं पिछले काफी समय से यहां चाय पीने आता हूं. पहली बार जब मैं इस चाय स्टाल का नाम पड़ा तो मैं इसकी चाय पीने के लिए उत्सुक हुआ. जब मैं उनके यहां की चाय पी तो मुझे स्वाद में बहुत अच्छा लगा तब से अब तक जब भी मैं इधर से गुजरता हूं या कलेक्ट किसी काम से आता हूं तो इस आईटीआई चाय वाले की चाय जरूर पीता हूं. इनकी चाय स्वाद और क्वालिटी दोनों में अच्छी होती है. साथ ही मैंने देखा है कि यहां चाय पीने वालों की अच्छी खासी भीड़ रहती है. इस आईटीआई चाय वाले के हाथ लोगों के लिए चाय बनाने के लिए नहीं रुकते.

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