अलीगढ (शब्द डिजिटल मीडिया डेस्क ): पूर्व सांसद ने मौजूदा भाजपा सांसद पर लगाए गंभीर आरोप फर्जी पर्चे बांटकर वोटरों को भ्रमित करने के लगाये आरोप।
अलीगढ़ में इस प्रत्यासी के साथ हो गया बड़ा खेला ,साइकिल की जगह पर हाथ के पंजे की निशान के विपक्षी के द्वारा पर्चे बांटने के लगे आरोप
अलीगढ़ लोकसभा चुनाव के आखिरी पड़ाव को लेकर प्रत्याशियों के द्वारा एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया है समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के द्वारा एक प्रेस वार्ता करते हुए सांसद सतीश गौतम पर गंभीर आरोप लगाए है चौधरी विजेंद्र सिंह का कहना है भारतीय जनता पार्टी के सांसद बौखला गए हैं उनके द्वारा गलत हरकत करते हुए समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह की जगह पर हाथ का पंजा लगाकर वोटरों को भ्रम में डाला जा रहा है जिससे समाजवादी पार्टी के वोटरों भ्रमित हो जाएं और कल होने वाले चुनाव में वह समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर वोट ना कर सके इसको लेकर कुछ पर्चे सांसद सतीश गौतम के द्वारा छपवाये गये है और जगह-जगह पर उन पर्चों को बांटा जा रहा है उन पर्चों में साइकिल की जगह पर हाथ का पंजा निशान दर्शाया गया है और दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी के फूल के साथ सतीश गौतम को दर्शाया गया है चौधरी बिजेद्र सिंह का दावा है उनका चुनाव चिन्ह साइकिल है जिसकी जगह पर पंजा दर्शाया गया है जिससे वोटर भ्रमित हो जाएंगे और वह बूथों से वापस घर लौट सकते हैं जैसे ही इन पर्चों की सूचना चौधरी बिजेन्द्र सिंह को मिली तो उनके द्वारा इसकी सूचना अलग-अलग विधानसभा के रिटर्निंग ऑफिसर,डीएम अलीगढ़, व निर्वाचन अधिकारी अलीगढ व निर्वाचन आयोग के साथ-साथ पार्टी कार्यालय को दी साथ ही उनके द्वारा पूरे मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करते हुए सांसद सतीश गौतम पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है पूर्व सांसद चौधरी बिजेन्द्र सिंह का कहना है सतीश गौतम चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं चुनाव से पहले उनकी हार हो रही है यह बात उनको बखूबी पता है यही कारण है उनके द्वारा लगातार बौखलाते हुए वोटरों को भ्रमित करते हुए चुनाव में तरह-तरह के हतकण्डे अपनाये जा रहे हैं चौधरी बिजेन्द्र सिंह का कहना है अगर इन पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो इसकी शिकायत आगे तक ले जाएगें अब देखना होगा चौधरी बिजेन्द्र सिंह के द्वारा की गई शिकायत को लेकर चुनाव आयोग या फिर अन्य अधिकारी कोई कार्रवाई करेंगे या फिर नहीं यह तो वक्त बतायेगा, फिलहाल 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले आरोप लगने से मामला तूल पकड़ सकता है।