अलीगढ (आतिफ उर रहमान खान ): देश में 2024 के लोकसभा चुनाव का पर्व चल रहा है, इंडिया गठबंधन और एन डी ए के बीच सीधा मुकाबला है , जहां एक तरफ़ इंडिया गठबंधन महंगाई, बेरोजगारी,और देश में नफरत का माहौल बनाने का मुद्द्दा उठा कर भारतीय जनता पार्टी को घेरने का काम कर रही है वहीं एन डी ए इस बार 400 पार का दावा कर रही है ,
इसी चुनावी समर में अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी 400 पार का दावा पूरा करने के लिए मुसलमानो के वोट में भी सेंध लगाने की पूरी कोशिश कर रही है!
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति वर्तमान एम _ एल _ सी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तारिक मंसूर ने मोदी की गारंटी योजना के प्रचार प्रसार और भाजपा प्रत्याशी सतीश गौतम के समर्थन में अपने आवास "हफीज़ मंजिल "में एक जनसभा का आयोजन किया जिस में मुस्लिम समुदाय को इकट्ठा किया इस मौक़े पर जो देखने को मिला उस ने देश के मुसलमानों में बेचैनी पैदा कर दिया है, हुआ यूं के इस कार्यक्रम में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय शिया दीनियात विभाग के पूर्व अध्यक्ष, सर सैय्यद अकादमी के डिप्टी डायरेक्टर, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष प्रोफेसर सैय्यद अली मोहम्मद नकवी भी मौजूद रहे,
ज्ञात हो को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड हिंदुस्तानी मुसलमानो की बड़ी संस्था है जो इसलामी शरियत के मसायल पर काम करती है, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भारतीय जनता पार्टी की नीति और मैनिफेस्टिव का हमेशा से धुर विरोधी है, ऐसे में उसके राष्ट्रिय उपाध्यक्ष प्रोफेसर सैय्यद अली मोहम्मद नकवी का भारतीय जनता पार्टी की हिमायत में अयोजित हुई सभा में मंच पर होने से अलीगढ़ के मुसलमानों में बेचैनी पैदा हो गई है और ये मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है

