अलीगढ (आतिफ उर रहमान ): भारतीय राजनीति एक जटिल और विविधतापूर्ण प्रणाली है, जिसमें कई दल, संगठन और नीतियाँ शामिल हैं। भारतीय राजनीति का प्रमुख ढांचा संसदीय प्रणाली पर आधारित है, जिसे ब्रिटिश शासन से अपनाया गया है। आइए, भारतीय राजनीति के कुछ प्रमुख पहलुओं पर एक नजर डालते हैं:
### 1. **भारतीय संविधान**
भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ और यह देश की सर्वोच्च कानून है। यह संसदीय प्रणाली, मौलिक अधिकार, और संघीय ढांचे को निर्धारित करता है।
### 2. **राजनीतिक दल**
भारतीय राजनीति में कई राष्ट्रीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दल सक्रिय हैं। प्रमुख राष्ट्रीय दलों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) शामिल हैं। इनके अलावा, विभिन्न राज्यों में क्षेत्रीय दल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जैसे तृणमूल कांग्रेस (TMC), आम आदमी पार्टी (AAP), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) आदि।
### 3. **निर्वाचन प्रणाली**
भारत में चुनाव आयोग एक स्वतंत्र निकाय है जो चुनावों का संचालन करता है। लोकसभा (निचला सदन) और राज्य विधानसभाओं के लिए चुनाव आमतौर पर हर पांच साल में होते हैं। भारतीय चुनाव प्रणाली में पहले-पिछले-पास (First-Past-The-Post) प्रणाली का उपयोग किया जाता है।
### 4. **संघीय ढांचा**
भारत का संघीय ढांचा केंद्र और राज्य सरकारों के बीच शक्तियों का विभाजन सुनिश्चित करता है। कुछ विषय जैसे रक्षा और विदेश नीति केंद्रीय सूची में आते हैं, जबकि स्वास्थ्य और पुलिस राज्य सूची में आते हैं। कुछ विषयों पर केंद्र और राज्य दोनों का अधिकार होता है, जिन्हें समवर्ती सूची कहा जाता है।
### 5. **मुख्य संस्थान**
भारतीय राजनीति के प्रमुख संस्थानों में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद (लोकसभा और राज्यसभा), राज्य विधानसभाएँ, न्यायपालिका और विभिन्न संवैधानिक निकाय जैसे चुनाव आयोग, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक आदि शामिल हैं।
6. सामाजिक और आर्थिक मुद्दे
भारतीय राजनीति में सामाजिक और आर्थिक मुद्दे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्रीय पहचान जैसे कारक राजनीति को प्रभावित करते हैं। साथ ही, गरीबी, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दे चुनावों में अहम होते हैं।
7. आधुनिक परिदृश्य
आधुनिक समय में भारतीय राजनीति में कई परिवर्तन देखने को मिले हैं। डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने राजनीतिक संवाद को काफी बदलाव किया है। साथ ही, युवा पीढ़ी की भागीदारी और नई नीतियों का उभरना भारतीय राजनीति को नई दिशा दे रहा है।
भारतीय राजनीति एक जीवंत और गतिशील प्रक्रिया है, जो समय के साथ बदलती रहती है और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को मजबूत बनाती है।
