अलीगढ (शब्द डिजिटल डेस्क ): वी सी से हुई छात्र नेताओं की मुलाक़ात, पर चुनावों की तारीख़ पर नहीं हुई चर्चा।
लंबे समय से चल रही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर आज छात्रों से वाइस चांसलर ने मुलाकात तो करली लेकिन वाइस चांसलर ने चुनाव की कोई बात नहीं कि सिर्फ आश्वासन दिया। छात्रों का कहना है कि अगर सर सैयद डे (17 अक्टूबर)
से पहले चुनाव नहीं किए गए तो हम लोग धरना लगाएंगे।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) प्रशासन पिछले 6 सालों से छात्र संघ चुनाव नहीं करवा रहा है जिसकी मांग को लेकर छात्र कई दफा धरना प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन प्रशासन चुनाव की तारीख का ऐलान नहीं कर रहा है जिसकी वजह से छात्रों में नाराज़गी देखने को मिल रही। यूनिवर्सिटी एक्ट मे भी हर साल छात्र संघ चुनाव कराने की बात कही है बावजूद इसके प्रशासन चुनाव नहीं करवा रहा है।
छात्र संघ चुनाव को लेकर 9 दिन पहले छात्र नेता व शोधार्थी इंज़माम उल हक़ ने लाइब्रेरी कैंटीन से बाब-ए-सैयद तक प्रोटेस्ट मार्च निकला था। इसी सिलसिले में छात्र संगठन का प्रतिनिधित्व कर रहे इंज़मान उल हक़ की मुलाक़ात यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर से भी हुई थी। प्रॉक्टर के आश्वासन पर आज, शोधार्थी व छात्र नेता इंज़माम उल हक़ की अध्यक्षता में छात्रों के एक समूह ने वाइस चांसलर प्रो. नईमा खातून से मुलाक़ात की लेकिन वाइस चांसलर ने चुनाव की तारीख की कोई बात नहीं कि छात्रों को सिर्फ आश्वासन दिया जिससे लगता है कि प्रशासन छात्र संघ चुनाव करना ही नहीं चाहता है।
मुलाक़ात के दौरान इंज़माम उल हक़ ने वाइस चांसलर महोदया से जल्द से जल्द छात्र संघ चुनाव कराने की बात रखी, उन्होने कहा जब अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक्ट के तहत यह बात कही गई है कि छात्र संघ चुनावों का होना अनिवार्य है तो आखिर छात्र संघ चुनावों को क्यो नही होने दिया जा रहा है, वाइस चांसलर महोदया क्यों छात्र हितों के बारे में नहीं सोचती और जल्द से जल्द छात्र संघ चुनावों की घोषणा क्यों नहीं करती।
इंज़माम उल हक़ ने बताया मुलाक़ात के बाद ऐसा लग रहा है कि वाइस चांसलर महोदया चुइंज़माम उल हक़ नेनाव कराने के लिए इच्छुक तो नज़र आ रही है लेकिन तारीख़ों का एलान करने में कतरा रही है। ऐसे में अब देखना होगा कि अगर जल्दी तारीख़ों का ऐलान व इलेक्शन ऑफ़िसर नियुक्त नहीं किया जाता, तो छात्र हितों के लिए वह नई रणनीति के साथ सामने आएंगे और धरना लगाएंगे।
छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में छात्रों की समस्याओं का हाल के लिए छात्र संघ चुनाव चाहिए। प्रशासन अपनी तानाशाही कर रहा है