अलीगढ (शब्द डेस्क ): अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के संस्थापक, सर सैयद अहमद खान द्वारा किशोरावस्था में किए गए शारीरिक व्यायाम और उनके पसंदीदा खेलों पर आधारित एक ऐतिहासिक संकलन का अनावरण एएमयू के जिम्नेजियम में किया गया। एएमयू प्रोफेसर एफ एस शीरानी द्वारा किए गए इस शोध को यूनिवर्सिटी जिम्नेजियम की दीवार पर 6 फीट 3 इंच के बड़े साइन बोर्ड के रूप में प्रदर्शित किया गया।
इस विशेष अवसर पर गेम्स कमेटी के सचिव प्रोफेसर सैयद अमजद अली रिजवी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर एफ एस शीरानी, प्रोफेसर मजहर अब्बास, डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स अनीस उर रहमान खान, और कई खेल प्रशिक्षक मौजूद थे। साथ ही, दर्जनों छात्रों ने भी इस आयोजन में भाग लिया। सर सैयद द्वारा किए गए व्यायाम और फिटनेस के महत्व पर आधारित इस ऐतिहासिक शोध को देखते हुए, प्रोफेसर रिजवी ने अपने भाषण में प्रोफेसर शीरानी के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह शोध न केवल एएमयू के छात्रों के लिए प्रेरणा स्रोत बनेगा, बल्कि खेलों और व्यायाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होगा। यह फिट इंडिया और खेलो इंडिया अभियान को भी बढ़ावा देगा।
**सर सैयद के व्यायाम और खेल प्रेम पर शोध का सारांश:**
सर सैयद अहमद ख़ान, जो 19वीं सदी के एक प्रमुख भारतीय मुस्लिम विद्वान, सुधारक और शिक्षाविद् थे, अपनी बौद्धिक उपलब्धियों के साथ-साथ अपनी शारीरिक फिटनेस के प्रति समर्पण के लिए भी प्रसिद्ध थे। उनकी ऊंचाई 6 फीट से अधिक थी और उनका वजन 100 किलोग्राम से अधिक था। उनका फिटनेस कार्यक्रम कठोर और विविध था, जिसमें तीरंदाजी, कुश्ती और तैराकी जैसे खेल शामिल थे। विशेष रूप से, सर सैयद तैराकी के बड़े प्रशंसक थे और वह दिल्ली में नवाब अहमद बख्श के बगीचे से जैनतुल मस्जिद तक लगभग 6 किलोमीटर तैरते थे। उनके व्यायाम में बैठक, दंड, दौड़, और लकड़ी के डम्बल के साथ किए गए व्यायाम शामिल थे, जो शरीर की ताकत, सहनशक्ति और चपलता को सुधारने में सहायक थे।
कार्यक्रम का संचालन मज़हर उल कमर ने किया और अतिथियों का स्वागत प्रोफेसर मज़हर अब्बास ने किया। इस अवसर पर अब्बास अली, मोहम्मद रिजवान, स्विमिंग कोच सोहेल फारूकी और फुटबॉल कोच सय्यद तुफ़ैलुर रहमान सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे