अलीगढ (शब्द डेस्क ): पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. घने कोहरे और शीतलहर ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है.शीत लहर के चलते प्रशासन द्वारा सावधानी बरतने की एडवाइजरी भी जारी की जा रही है. इस सर्द मौसम में ब्रेन स्ट्रोक, हार्ट अटैक की भी संभावना बढ़ जाती है. जो कभी-कभी हमारे लिए जानलेवा तक साबित हो जाती है. सर्दी के मौसम में अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो हम हार्ट अटैक जैसी बीमारी से खुद को बचा सकते हैं.
डॉक्टर ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति पहले से इस बीमारी से ग्रस्त है, तो वह सबसे पहले अपना बीपी, कोलेस्ट्रॉल और शुगर को कंट्रोल में रखें.
अलीगढ़ के जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अथर कमल बताते हैं कि ठंड में हमारे शरीर में कैटिकोलामाइंस बढ़ जाते हैं और हमारे शरीर की नसें सिकुड़ जाती हैं. जिस वजह से हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और क्लॉटिंग टेंडेंसी ब्लड की बढ़ जाती है.
जिसकी वजह से हार्ट अटैक और लकवा जैसी बीमारी की संभावना बढ़ जाती है. तो ऐसे में हमें पहले तो फुल प्रोटेक्शन लेना चाहिए. जैसे की ठंड से पूरे तरीके से बचाव करना है, टोपी और जैकेट पहननी है. दूसरा हमें मॉर्निंग वॉक नहीं करनी है. अगर वॉक करनी भी है, तो इंडोर में वॉक करना चाहिए. समय-समय पर अपना बीपी नापते रहना चाहिए. अगर जरा भी बीपी बढ़ता हुआ नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए. इसके अलावा हमारे शरीर में जो बेड कोलेस्ट्रॉल है वह हमेशा 100 के नीचे रहना चाहिए. अगर हमें डायबिटीज है, तो हमारा एच.बी 107 से नीचे रहना चाहिए.