अलीगढ़ (शब्द डेस्क):समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व महानगर अध्यक्ष अज्जू इस्हाक़ और वर्तमान महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी के बीच मतभेद की खबरें सामने आ रही हैं। माना जा रहा है कि अज्जू इस्हाक़ नहीं चाहते कि अब्दुल हमीद घोसी को दोबारा महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जाए
जल्द भंग हो सकती है शहर और जिला कमेटिया
माना जा रहा है की समजवादी पार्टी जल्द ही अपने कई ज़िलों के महानगर और जिला अध्यक्ष बदल सकती है सपा सूत्रों के मुताबिक 15-20 ज़िले में बदलाव हो सकता है जिसमे अलीगढ में भी बदलाव की प्रबल सम्भावना है
कौन है अज्जू इस्हाक़
सपा नेता अज्जू इस्हाक़, जिन्होंने साल 𝟐𝟎𝟏𝟕 और 𝟐𝟎𝟐𝟐 में विधानसभा चुनावों में हार का सामना किया, अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। हालांकि, अलीगढ़ और विशेष रूप से अपनी विधानसभा में वे जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाने में सफल नहीं हो पाए हैं। उनकी हार के बावजूद, पार्टी संगठन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका बनी हुई है, और उनके सुझावों को गंभीरता से लिया जाता है। लेकिन, स्थानीय स्तर पर उनकी लोकप्रियता और जनाधार को लेकर चुनौतियाँ बरकरार हैं, जो उनकी राजनीतिक स्थिति को प्रभावित कर रही हैं।
अज्जू इस्हाक़ भले ही दो बार विधानसभा चुनाव में हार का सामना किया हो, फिर भी पार्टी संगठन में उनकी बातों को महत्व दिया जाता है।
अभी भंग नहीं हुई है जिला और महानगर की कमेटिया
समाजवादी पार्टी (सपा) ने अभी तक महानगर और ज़िले की कमेटियों को भंग नहीं किया है, लेकिन इससे पहले ही नए नेतृत्व को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पार्टी के अंदर विभिन्न पदों के लिए संभावित उम्मीदवारों के नामों पर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
महानगर अध्यक्ष और ज़िला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पदों के लिए दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है
महानगर अध्यक्ष की दौड़ में कई बड़े नाम शामिल हैं, जो इस पद के लिए दावेदारी कर सकते हैं। इस रेस में पार्टी के अनुभवी नेताओं के साथ-साथ कुछ युवा और उभरते हुए चेहरे भी हैं, जो संगठन में अपनी मजबूत पकड़ और जनाधार के आधार पर इस पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
अज्जू इस्हाक़ और अब्दुल हमीद घोसी के बीच मतभेद की खबरों से कार्यकर्ता दो खेमो में बटे हुए है जिससे 𝟐𝟎𝟐𝟕 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है