अलीगढ (शब्द मीडिया ):अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस विभाग के वरिष्ठ शिक्षक प्रोफेसर आसिम ज़फ़र को विश्वविद्यालय का नया रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति 11 सितम्बर 2025 से प्रभावी होगीI आज दोपहर उन्होंने कार्यभार पूर्व रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान (आईपीएस) से ग्रहण कर लिया।
प्रो. ज़फ़र के पास राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शिक्षण, शोध और प्रशासन का 29 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने एएमयू से कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशंस में स्नातकोत्तर और कंप्यूटर साइंस में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। उनके शोध क्षेत्रों में मोबाइल एड-हॉक और सेंसर नेटवर्क, इमेज प्रोसेसिंग और वीडियो एनालिटिक्स, सूचना पुनःप्राप्ति (इन्फॉर्मेशन रिट्रीवल), ई-प्रणालियाँ, ई-सुरक्षा, वर्चुअल लर्निंग एनवायरनमेंट, न्यूरो-फ़ज़ी और सॉफ़्ट कंप्यूटिंग तथा सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग शामिल हैं। उनके प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं और सम्मेलनों में 100 से अधिक शोध-पत्र प्रकाशित हो चुके हैं तथा उन्होंने 11 पीएचडी शोधार्थियों का मार्गदर्शन किया है।
राष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त रिसोर्स पर्सन के रूप में, प्रो. ज़फ़र ने भारत भर में आयोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, रिफ्रेशर कोर्स और ओरिएंटेशन कार्यक्रमों में तकनीकी सत्र लिए हैं और विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के दौरान, 5000 से अधिक शिक्षकों को आईसीटी-सक्षम शिक्षण पद्धति और ई-लर्निंग का प्रशिक्षण दिया है।
किंग अब्दुलअज़ीज़ विश्वविद्यालय (केएयू), जेद्दा में अपने पाँच वर्षीय अंतरराष्ट्रीय शिक्षण कार्यकाल के दौरान उन्होंने तीन वित्तपोषित शोध परियोजनाओं को सफलतापूर्वक संपन्न किया और कंप्यूटिंग एवं सूचना प्रौद्योगिकी संकाय को प्रतिष्ठित एबीईटी (एबीईटी) प्रत्यायन दिलाने में नेतृत्व किया। उन्हें केएयू में “एक्सीलेंस इन टीचिंग अवार्ड” से भी सम्मानित किया गया।
एएमयू में प्रो. ज़फ़र ने आईसीटी अवसंरचना विकास और शैक्षणिक प्रशासन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे कंप्यूटर साइंस विभाग के अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह विश्वविद्यालय के ओएसडी डवलपमेंट, यूजीसी स्वयम् समन्वयक, इग्नू स्टडी सेंटर समन्वयक, विश्वविद्यालय वेबसाइट समिति और डिजिटल मॉनिटरिंग सेल के संयोजक के अतिरिक्त कुलपति द्वारा गठित कई उच्चस्तरीय समितियों के सदस्य भी हैं। उनके नेतृत्व में 2024 से 2025 के बीच एएमयू के संकाय सदस्यों ने स्वयम् प्लेटफ़ॉर्म पर 75 नए एमओओसीएस (मूक्स) विकसित और लॉन्च किए।
उन्होंने भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (एमएचआरडी) द्वारा वित्तपोषित एनएमईआईसीटी-ईडीआरपी परियोजना को भी सफलतापूर्वक लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके अंतर्गत एएमयू ने बहुभाषी पुस्तकालय प्रबंधन प्रणाली और चुनाव प्रबंधन प्रणाली विकसित की।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नइमा खातून ने मोहम्मद इमरान (आईपीएस) की सराहना करते हुए कहा कि रजिस्ट्रार के रूप में उनकी समर्पित सेवाएँ और दायित्वों का कुशल निर्वहन विश्वविद्यालय के विकास और सुशासन में अत्यधिक सहायक रहा है।
उन्होंने प्रो. ज़फ़र को बधाई देते हुए कहा कि उनका दीर्घ शैक्षणिक और प्रशासनिक अनुभव विश्वविद्यालय के लिए एक मूल्यवान संपदा सिद्ध होगा।
प्रो-वाईस चांसलर प्रो. एम. मोहसिन खान ने भी प्रो. ज़फ़र को नियुक्ति पर बधाई दी और मोहम्मद इमरान (आईपीएस) की अमूल्य सेवाओं की सराहना की, जिनका रजिस्ट्रार कार्यकाल विश्वविद्यालय की प्रगति में प्रतिबद्धता और रचनात्मक योगदान का प्रतीक रहा।